ताम्र पाषाण संस्कृति —- मानव द्वारा व्यवहार मे लाई गई पहली धातु ताॅबा थी। ochre coloured pottery – { OCP} — इस संस्कृति के विशिष्ट मृद् भाण्ड थे । जबकि काले एवं लाल मृद् भाण्ड सर्वाधिक प्रचलित थे। उत्तर प्रदेश का दोआब क्षेत्र ताम्र पाषाण संस्कृति का क्रेन्द्र कहलाता था। ताम्र पाषाण संस्कृति में लोग मुख्यतः ग्रामीण लोग थे , वे पहाड़ियों एवं नदियों के आसपास रहते थे। हड़प्पा संस्कृति के लोगों मे नगरीकरण विकसित हो चुका था { IMPORTANT TO NOTE } ————————————-

ताम्र पाषाण युग के प्रमुख स्थल —– 1—- राजस्थान की बनास घाटी में —- आहड एवं गिलून्द . 2—- पश्चिमी मध्यप्रदेश —- मालवा , कायथा , एरन . 3—- बिहार में —- चिरांद , सोनपुर , ताराडीह , सेंवार {senwar} ——————————————————————————#chalcolithiccultures #ताम्रपाषणसंस्कृति #indianhistory #history #competitionexam #exam #sabziimandi

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