रणजीत सिंह —- अठारहवीं सदी के अंत मे सुकेरचकिया मिसल के प्रधान रणजीत सिंह जी ने प्रमुखता प्राप्त कर ली थी। रणजीत सिंह जी एक ताकतवर और साहसी सैनिक , कुशल प्रशासक , तथा चतुर कूटनीतिज्ञ थे । वह जन्म जात नेता थे। रणजीत सिंह जी ने 1799 में लाहौर , और 1802 में अमृतसर पर कब्जा कर लिया। रणजीत सिंह जी ने सतलज के पश्चिम के सभी सिख प्रधानो को अपने अधीन कर लिया और पंजाब में अपना राज्य कायम किया। रणजीत सिंह जी ने पंजाब के साथ साथ कश्मीर , पेशावर , मुल्तान को भी जीत लिया। रणजीत सिंह जी यूरोपीय प्रशिक्षकों की सहायता से यूरोपीय ढर्रे पर शक्तिशाली , अनुशासित और सुसज्जित फौज तैयार की । रणजीत सिंह जी की फौज केवल सिखो तक ही सीमित नहीं थी । उसमें गोरखा, बिहारी , उड़िया , पठान , डोगरा , पंजाबी मुसलमान को भी भर्ती किया। रणजीत सिंह जी ने लाहौर में तोप बनाने के आधुनिक कारखाने खोले तथा मुसलमान तोपचियों को काम पर लगाया। रणजीत सिंह जी के पास एशिया की दुसरी सबसे अच्छी फौज थी। पहली अंग्रेजों की फौज थी । रणजीत सिंह जी के दरबार में श्रेष्ठ व्यक्तियों की कोई कमी नहीं थी , वह अपने मंत्रियों और अफसरों का चुनाव बड़ी सूझबूझ के साथ करते थे। ——————————————————————————
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