जिंदगी की शतरंज ( इंसान की अहमियत )

जिंदगी की शुरुआत में शायद हमें समझ ना आए , पर 60 वर्ष होते जिंदगी थोड़ी समझ आए । थोड़ा सरल करके उदाहरण सहित समझाने की कोशिश करता हूं। ——————————————————————————धीर सिंह जी मास्टर साहब — इनके जाने से मेरी जिंदगी की शतरंज का महत्वपूर्ण खिलाड़ी कम हो गया , अब मैं यह जाकर किसे पुछू , बड़े पापा जिंदगी मुझे block कर रही है , मैं goal कैसे करू । ——————————————————————————किशन जी सेठ साहब — इनके जाने से मेरी जिंदगी की शतरंज का महत्वपूर्ण खिलाड़ी कम हो गया , अब मैं किसे पुछू जिंदगी मेरे साथ बदतमीजी कर रही हैं , मैं अपने आप को cool कैसे रखू । ——————————————————————————कहानी का सार यह कह रहा है , हम चाहे कितने भी busy or successfull हो जाए , हमें हमारे आसपास के family & friends को भी जिंदगी में थोड़ी जगह या अहमियत देनी चाहिए। ——————————————————————————जब जिंदगी शतरंज खेलने पर आए तो स्थिति अनुसार खिलाड़ी बोल सके तू rest कर यह मेरा department है #इसानकीअहमियत #रिश्ते

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